Tuesday, October 6, 2009

करवा चौथ के पाँच व्रत

ये तो सब जानते हैं कि विवाहित महिलाएं हमेशा सुहागिन [सुहाग की लम्बी उम्र की कामना,मतलब, लंबे समय तक सुहागिन।] रहने के लिए करवा चौथ का व्रत करती हैं। किंतु ये बात बहुत कम विवाहित पुरूष जानते होंगे कि अगर पुरूष ये व्रत करे तो क्या होता है। चलो हम बताते हैं आख़िर नारदमुनि किस काम आएगा। अगर पति -पत्नी में खिच-खिच होती हो तो पति को करवा चौथ का व्रत करना चाहिए। ये सिलसिला लंबे समय तक चल रहा है तो व्रत की संख्या अधिक हो जाती है। वैसे ये कहा सुना जाता है कि पति पाँच व्रत कर ले तो पत्नी से होने वाली खिच -खिच से काफी हद तक छुटकारा मिल जाता है। करने वाले ग्यारह भी करते हैं। नहीं भी विश्वाश तो करके देख लो। इसमे कोई नुक्सान तो है ही नहीं। अगले साल की करवा चौथ पर अपने अनुभव एक दूसरे से बाटेंगे। तब तक इस मुद्दे पर नारायण,नारायण।

4 comments:

Udan Tashtari said...

नारायण नारायण...खिंच खिंच जैसी कोई बात नहीं है इसलिए अभी इसे रखने की जरुरत भी नहीं...नारायण नारायण.

विनोद कुमार पांडेय said...

अरे वाह..करवा चौथ मतलब खिंच खिंच से छुटकारा..
बहुत खूब..

राज भाटिय़ा said...

खिंच खिंच जेसी बात नही, अगर होगी तो सारा दिन भुखा रह कर तो वेसे ही मर जायेगा, यानि पहले वव्रत मै ही झगडालू बीबी से जान बच जायेगी? अरे जब गले पडी है तो यही भुगत लो फ़िर नरक मै नही जाना पडेगा

देवेन्द्र पाण्डेय said...

नारायण! नारायण !

यह कैसी उल्टी गंगा प्रभु ?
अब पृथ्वि पर पुरूष भी नारी के समान करवा चौथ का व्रत रख रहे हैं।

धीरे मुनीवर,
कहीं लक्ष्मी जी जाग गयीं तो तेरी मूर्खता पूर्ण बातों के कारण मुझे भी व्रत रहना पड़ जाएगा।