Sunday, July 31, 2011

बाइस्कोप देखो


देखो देखो
बाइस्कोप देखो,
धर्मों का सजा है
बाजार देखो,
बाबाओं का बढ़ता
कारोबार देखो,
ये है बापू आशा राम
वैभव की इसकी
बहार देखो,
पैसा फैंको
तमाशा देखो।

Thursday, July 28, 2011

ऑनलाइन अखबार

गंगानगर-- हम सब जानते हैं कि कुछ कोस पर भाषा,बोली बदल जाती है और अखबारों की खबरें भी । श्रीगंगानगर के अखबार में हम जो खबर पढ़ते हैं वह किसी कस्बे,शहर में रहने वाला नहीं पढ़ पाता। अखबार भले ही एक हो मगर खबर एक समान नहीं होती। ऐसे में श्रीगंगानगर से दूर रहने वाले ये नहीं जान पाते कि श्रीगंगानगर क्षेत्र के आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक, शिक्षा, चिकित्सा, कला, साहित्य,…………. पटल पर क्या हो रहा है। अब सब वही पढ़ेंगे जो श्रीगंगानगर मे रहने वाले। इसके लिए हम शुरू कर रहें हैं ऑनलाइन अखबार www.newsbox4u.com । आज जमाना इंटरनेट का है। धरती का कोई कोना ऐसा नहीं जहां इंटरनेट की पहुँच ना हो। जब इंटरनेट है तो www.newsbox4u.com भी होगा। हमारी योजना अगस्त के दूसरे सप्ताह में इसकी विधिवत आरंभ करने की है। यह क्षेत्र ऐसा है जिसमें हर पल सुधार,बदलाव,नयापन की आवश्यकता देखने को मिलती है। हमारा यह प्रयास होगा इसमें वो हर सामग्री हो जो आप लोग पढ़ना चाहते हो। संचालक,संपादक और पाठक की पसंद अलग अलग होती है। जरूरी नहीं है कि जो सामग्री पाठक पढ़ना चाहे वह संपादक दे। ऐसा भी हो सकता है कि संपादक तो देना चाहता है मगर संचालक की नीति में नहीं है। इसके बावजूद कोशिश रहेगी कि यह वेबसाइट सबकी चहेती बने। हम सबकी बात सबके साथ करेंगे। किसी की निंदा या चापलूसी करना कोई उद्देश्य नहीं। हां,आलोचना,प्रशंसा तो होगी ही। व्यक्तिगत छींटाकसी हमारी पत्रकारिता का हिस्सा नहीं रहा। फिलहाल इसको अंतिम रूप दिया जा रहा है। उम्मीद है कि यह जल्दी ही आपकी दिनचर्या का हिस्सा बनेगी।

पाक की कूटनीति


-----चुटकी------

तमाम मुद्दे
वैसे के वैसे
खड़े हैं,
सब उसकी
सुन्दरता के
पीछे पड़े हैं

Tuesday, July 26, 2011

कारगिल विजय को सलाम




श्रीगंगानगर में कारगिल विजय दिवस बड़े ही गौरवपूर्ण ढंग से सादगी के साथ मनाया गया। इसमें अमर जवान ज्योति के प्रतीक स्थान पर सेना,पुलिस,विधार्थियों और आम जन ने शहीदों को पुष्प अर्पित किये। कार्यक्रम में वीरांगनाओं को सम्मानित किया गया।

Monday, July 25, 2011

अग्रवाल समाज को जांदू का पल्लू थमाने का ताना बाना



श्रीगंगानगरसवा दो साल बाद होने वाले विधानसभा चुनाव को निगाह में रख अग्रवाल समाज को सभापति जगदीश जांदू का पल्लू थमाने की तैयारी है। इसके लिए ताना बाना बुन लिया गया है। अग्रवाल सेवा समिति के अध्यक्ष नत्थू राम सिंगला के हाथ में इस महत्वपूर्ण काम की कमान है जो पार्षद के नाते जांदू के करीबी हैं। समिति के छात्रवृति कार्यक्रम में गए समाज के जाने माने व्यक्तियों ने यह सब अपनी आँखों से देखा। दिल से महसूस किया। यहां जगदीश जांदू एंड कंपनी प्रमुखता से मौजूद थी। खुद जगदीश जांदू मंच पर थे। उनके साथ थे आयुक्त हितेश कुमार । अनेक पार्षद अग्रिम पंक्ति में स्थान पाए हुए थे। किसी समाज के कार्यक्रम में किसी गैर अग्रवाल राजनेता की कंपनी की उपस्थिति नई थी। अगर जांदू एंड कंपनी को जनप्रतिनिधि के नाते बुलाया गया तो फिर विधायक राधेश्याम गंगानगर को बुलाया जाना और भी बेहतर होता। आयुक्त के स्थान पर या उनके साथ जिला कलेक्टर की मौजूदगी समारोह को और भी भव्य बनाती। सत्ता के निकट समाज को ले जाना है तो फिर गौड़ साहब कौन सा दूर थे। नगर में रहने अन्य समाज से तालमेल बढ़ाना की इच्छा थी तो फिर अरोड़ा,ब्राह्मण,राजपूत,सिख,नायक,मेघवाल .......... समाज के अध्यक्षों को बुला सम्मानजनक स्थान पर बिठाया जाता। लेकिन ऐसा तो दिल में था ही नहीं। ये नेता जांदू के विरोधी हैं। जबकि श्री सिंगला जांदू के पाले में। जब वे उनके साथ है तो उनका पहला कर्तव्य है अग्रवाल समाज को जांदू का पल्लू पकड़वाना। समिति के मुख्य संरक्षक बी डी अग्रवाल की भी इसमें मूक सहमति दिखी। वरना जांदू एंड कंपनी को बुलाना असंभव था। जांदू की एक मात्र ख़्वाहिश विधायक बनना है। अग्रवाल समाज श्री सिंगला के पीछे लग अगर जांदू का पल्लू पकड़ लेता है तो उसे और क्या चाहिए। यह उनकी लीडरशिप में अग्रवाल समाज का नया इतिहास लिखे जाने का संकेत है। संकेत है नई चेतना का। क्योंकि दूसरे समाज के राजनेता,उसके समर्थक जनप्रतिनिधियों को बुलाने की पहल उनकी ही है। यह उनके खुले विचारों का कमाल है। देखना ये कि अग्रवाल समाज इस बात को समझता है या नहीं। फिलहाल वे जांदू को यह संदेश देने में सफल हो गए कि मेरे नेतृत्व में अग्रवाल समाज उनके साथ है। अग्रवाल समाज अपनी शोभा यात्रा में श्री सिंगला के नेतृत्व में यह नारा जांदू तुम आगे बढ़ो,अग्रवाल तुम्हारे साथ हैं लगाते दिखे तो अचरज नहीं होना चाहिए। मजबूर कहते हैंजो झूठ पे खुल्ला वार करे,जो सच पे जां निसार करे,जो साफ कहे जो साफ रहे, बेखौफ हो हक की बात कहे। खुदगर्ज तेरी दुनिया वाले इसको बगावत कहते हैं।

Tuesday, July 19, 2011

सबकी बात सबके साथ

हम सब जानते हैं कि कुछ कोस पर भाषा,बोली बदल जाती है और अखबारों की खबरें भी । श्रीगंगानगर के अखबार में हम जो खबर पढ़ते हैं वह किसी कस्बे,शहर में रहने वाला नहीं पढ़ पाता। अखबार भले ही एक हो मगर खबर एक समान नहीं होती। ऐसे में श्रीगंगानगर से दूर रहने वाले ये नहीं जान पाते कि श्रीगंगानगर क्षेत्र के आर्थिक,सामाजिक,राजनीतिक,धार्मिक,शिक्षा,चिकित्सा,कला,साहित्य,…………. पटल पर क्या हो रहा है। अब सब वही पढ़ेंगे जो श्रीगंगानगर मे रहने वाले। इसके लिए हम शुरू कर रहें हैं ऑनलाइन अखबार www.newsbox4u.com । आज जमाना इंटरनेट का है। धरती का कोई कोना ऐसा नहीं जहां इंटरनेट की पहुँच ना हो। जब इंटरनेट है तो www.newsbox4u.com भी होगा।

यह तभी संभव होगा जब आप इस वेबसाइट को अपना जान हमें अपने इलाके की हर खबर से परिचित करवाएंगे। यह आप ही कर सकते हैं क्योंकि आप अपने इलाके की नब्ज को जानते हैं। उसका नजरिया आपकी नजर में है। आपकी खबर कुछ मिनट में दुनिया की नजर में होगी। उम्मीद है आपकी मार्फत दुनिया आपके इलाके को आपकी नजर से पढ़ पाएगी।

आपका साथी

गोविंद गोयल ,संपादक

www.newsbox4u.com

………………………………………………………………………………………………

237—मुखर्जी नगर,श्रीगंगानगर[राजस्थान] 335001

फोन-09414246080

gg.ganganagar@yahoo.com

Sunday, July 17, 2011

रिमझिम रिमझिम

रिमझिम रिमझिम
पड़ता रहा मेह,
लिपटे रहे
एक दूजे से
बढ़ता रहा नेह।

राजस्थान का मंत्री पंजाब का एक्सईएन


राजस्थान के मंत्री गुरमीत सिंह कुनर ने किसानों को पूरा सिंचाई पानी दिलाने के लिए पंजाब में राजस्थान की नहरों का दौरा किया। पंजाब राजस्थान के हिस्से का पानी कितना कहाँ देता है इसकी जानकारी ली। एक मंत्री को यह सब पंजाब के एक एक्स ए एन ने बताया। राजस्थान के मंत्री के लिए पंजाब का कोई बड़ा अधिकारी नहीं पहुंचा। जबकि गुरमीत सिंह कुनर राजस्थान के जल संसाधन मंत्री भी है। ऐसा लगता है की पंजाब ने राजस्थान के मंत्री को कोई अहमियत नहीं दी। पंजाब की धरती पर राजस्थान की नहरों में जितना पानी बहता है उसमें सरे आम चोरी होती है। राजस्थान सरकार कुछ नहीं कर पाती।हरि के पतन पर एक एक्स ए एन था । फिरोजपुर में पंजाब ने अपने एस ई को मंत्री को जानकारी देने के लिए भेजा।

Wednesday, July 13, 2011

अधिकारी के डर से मांगी मौत


एक आम आदमी किसी पुलिस अधिकारी के खौफ से मरने की अनुमति मांगे तो बात कुछ हजम हो सकती है। यहाँ तो पुलिस वाला पुलिस अधिकारी के डर से आत्महत्या की अनुमति मांग रहा है। कोतवाली थाना में एक ए एस आई है धर्मपाल। उसका आरोप है कि उसे कोतवाल नारायण सिंह लगातार प्रताड़ित कर रहा है। वह इतना तंग आ गया कि मरना चाहता है। इस बारे में उसने पुलिस अधिकारियों से लेकर राष्ट्रपति तक पत्र लिखा है। पुलिस में इस मामले से हड़कंप मचा हुआ है।

Tuesday, July 12, 2011

कांग्रेस का ताना बाना

श्रीगंगानगरकिसी पार्टी का जिलाध्यक्ष होने का मतलब ये नहीं कि वह किसी भी प्रकार का चुनाव जीतने या पार्टी के उम्मीदवारों को चुनाव जितवाने में सक्षम है। चुनावी जीत किसी जिलाध्यक्ष की सफलता,असफलता का मापदंड है तो फिर कांग्रेस के निवर्तमान जिलाध्यक्ष पृथ्वी पाल सिंह किसी काम के नहीं रहे। उनके राज में 2003 के चुनाव में कांग्रेस सभी सीट हारी। साथ में लोकसभा और ज़िला परिषद का चुनाव भी। 2008 में उस क्षेत्र से कांग्रेस धड़ाम हुई जहां से ये विधानसभा का टिकट मांग रहे थे। उस विधानसभा से कांग्रेस हारी जहां ये निवास करते है। सभापति और ज़िला प्रमुख के चुनाव में भी यही परिणाम रहा। गत नो साल में पृथ्वी पाल ने पार्टी को जीत दिलाई ना दिलाई मगर वे खुद हर बाजी जीतते चले गए। नई ज़िला कार्यकारिणी पर बस एक नजर पड़ते ही उनकी जीत का झण्डा दिखाई देने लगता है। उन्होने दिल खोलकर अपने बंदों को ओबलाइज किया। राजनीति में यह नहीं देखा जाता कि बंदे की योग्यता क्या है? वह पद के काबिल है या नहीं? यहां तो सफलता का पैमाना अपने समर्थकों को काम पर लगाना है। अधिक से अधिक संख्या में उनको एडजस्ट करना है। कुलदीप इंदौरा होंगे कांग्रेस के जिलाध्यक्ष। किन्तु कार्यकारिणी में पृथ्वी पाल सिंह का दबदबा है। ठीक है कि उनको कहीं से टिकट नहीं मिला। पार्टी की सत्ता आने के बाद उनको कोई पद नहीं मिला। जो था वह भी जाता रहा। इसका ये मतलब नहीं कि पृथ्वी पाल सिंह गुजरे जमाने की बात हो गए। गत नो साल में जिलाध्यक्ष रहते हुए दिल्ली से जयपुर के कांग्रेस गलियारों में जो संबंध पृथ्वी पाल सिंह ने बनाए वह कम नहीं है। वह भी उस दौरान जब ज़िले के सभी बड़े कांग्रेसी उनके खिलाफ थे। लाख कोशिश के बावजूद कोई कुछ नहीं बिगाड़ सका। राधेश्याम गंगानगर की तरह अपनी मर्जी से चलाई कांग्रेस। पहले पार्टी राधेश्याम कांग्रेस थी वह बाद में सरदार कांग्रेस बन गई। संभव है कई साल रहे भी। क्योंकि कुलदीप इंदौरा का लक्ष्य अनूपगढ़ सीट को फतेह करना है। और पृथ्वी पाल का श्रीकरणपुर से टिकट लेना। इनको अपने अपने लक्ष्य की प्राप्ति हो या ना हो मगर ये तो सत्य है कि दोनों एक दूसरे के मददगार तो होंगे ही। हों भी क्यों ना। इन्होने ज़िला कांग्रेस का ताना बाना ही ऐसा बुना है। मजबूर के शब्दों में--कहने को तो सब कुछ कह डाला,कुछ कहते हैं,कुछ कह नहीं सकते।

Tuesday, July 5, 2011

उंझा मंडी का दौरा किया कुनर ने



अहमदाबादराजस्थान के कृषि विपणन मंत्री श्री गुरमीत सिंह कुनर ने आज यहाँ से 150 किलोमीटर दूर जीरा और ईसबगोल के लिए विख्यात उंझा मंडी का दौरा किया। उनके साथ गुजरात मार्केटिंग बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों का एक दल था। श्री कुनर ने मंडी की कार्यप्रणाली का अवलोकन किया। मंडी के चेयरमेन, अधिकारियों के साथ बैठक कर विचार विमर्श किया। उन्होने यहाँ के व्यापारियों,किसानों,जनप्रतिनिधियों से मुलाक़ात की। इसके बाद श्री श्री कुनर आलू की जानी मानी मंडी डीसा पहुंचे। यहां भी श्री कुनर ने मंडी का अवलोकन कर यहां विपणन संबंधी सुविधाओं की जानकारी ली। आलू का प्रोसेसिंग प्लांट देखा। श्री कुनर ने दोनों मंडियों मे बोली की प्रक्रिया भी देखी।श्री कुनर ने अहमदाबाद में आधुनिक कोल्ड स्टोरेज का निरीक्षण कर कृषि उत्पादों के आधुनिक भंडारण तरीकों की जानकारी ली। श्री कुनर अपने अधिकारियों के साथ कल रात अहमदाबाद पहुंचे थे।

बुधवार को श्री कुनर का नासिक की मंडी का अवलोकन करने का कार्यक्रम है। नासिक देश भर प्याज की मंडी के रूप में अपनी पहचान रखता है।

श्री कुनर ने बताया कि राजस्थान मे जितना भी जीरा होता है उसका सत्तर से अस्सी प्रतिशत उंझा मंडी में बिक्री हेतु लाया जाता है। श्री कुनर के अनुसार उनके दौरे का मकसद वह जानकारी लेना है जिसके कारण राजस्थान के किसान इतनी दूर अपनी फसल लेकर आते हैं। ताकि उनको वैसी ही सुविधाएं राजस्थान की मंडियों में उपलब्ध करवाई जा सके। श्री कुनर ने बताया कि किसानों को मंडियों मे सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी जो देश की अन्य मंडियों में है। जिससे किसानों को अपने घर से दूर ना जाना पड़े और फसल का बढ़िया दाम घर के आस पास स्थित मंडी में मिल सके।

Saturday, July 2, 2011

इन्टरनेट तो चालू है

श्रीगंगानगर—आप इंटरनेट के रसिया हो! आपके पास शानदार,जानदार और दमदार लेपटोप है! तो बस आपको किसी कंपनी से इंटरनेट सुविधा लेने की कोई जरूरत नहीं है। बिना कोई दाम के आप इंटरनेट घंटों यूज कर सकते हो। यह कोई मज़ाक नहीं। ना ही किसी कंपनी का कोई नया फंडा है। यह तो जुगाड़ है जो आपके काम आ सकता है। बस इसके लिए आपको उस स्थान के आस पास जाना होगा जहां ब्रॉडबैंड से इंटरनेट चलाया जाता है। जहां इंटरनेट चल रहा हो ,उसके कुछ फुट दूर आप भी अपने लेपटोप पर इंटरनेट यूज करने का आनंद ले सकते हो। श्रीगंगानगर के एक स्थान पर नहीं अनेक स्थान पर इस प्रकार से किसी के ब्रॉडबैंड को कोई और यूज कर रहा है। कोई भी असामाजिक तत्व या कोई शरारती इस प्रकार से किसी को आर्थिक चपत लगा सकता है। क्योंकि जितना वह व्यक्ति उपलोड,डाऊनलोड करेगा उसका बिल उसके खाते मे आएगा जिसका वह कनैक्शन है। चूंकि उसकी जेब से कुछ नहीं लगना इसलिए वह इस्तेमाल भी बेदर्दी से करेगा। बीएसएनएल के अधिकृत सूत्र इस बात को स्वीकार करते हैं कि ऐसा संभव है। उनका कहना है कि जिन यूजर के यहाँ वाई फाई मॉडम होता है उसके आस पास कोई दूसरा भी इंटरनेट यूज कर सकता है। वाई फाई मॉडम की रेंज कई फुट तक होती है। इसलिए कई लेपटोप पर एक साथ एक ब्रॉडबैंड से इंटरनेट चलाया जा सकता है। यह मॉडम इस लिए होता है ताकि एक ही बिल्डिंग में रहने वाले एक कनैक्शन से अलग अलग बैठ कर अपना काम कर सकें। उनको कनैक्शन मे अधिक राशि ना खर्च करनी पड़े। सूत्र ने कहा कि ब्रॉडबैंड कनैक्शन का दुरुपयोग रोकने के लिए उसका पासवर्ड किसी को नहीं बताना चाहिए। इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि कोई आस पास ऐसा व्यक्ति तो नहीं जो आपके इंटरनेट चलाने के समय को जानता हो। संभव है वह उस समय अपने लेपटोप पर इंटरनेट चलाये जब आपका इंटरनेट ऑन हो। सूत्र ने बताया कि इंटरनेट का दुरुपयोग ना हो इसके लिए सावधानी जरूरी है।